प्रीति का मन सो मन का
प्रीति का मन सो मन का
आज मेरे मन मै कुछ कुछ हुआ,
कही पे अभी फुस फुसा हट हुई,
क्या हुई, प्रीति का मन साचा,
प्रीति के मन ही मन चुटकी काटी,
मन ही मन को जान गया,
मन की मन से प्रीत हुई,
मन ही मनमानी करें,
प्रीति का मन ही मन झूमे,
मन ही मन का मीत,
प्रीत का दिल बावरा,
प्रीति के मन की अदभुत रीत,
मन ही मन नाचे मोर,
मन के हारे हार है,
मन के जीतें जीत है,
कह गए प्रीति के प्रेमदास,
मे हू जहाँ पे,क्या वहां क़ोई जा सका,
आज मेरे मन को मन ने फ़िर से चुटकी काटी......
