मेरी शक्ति
मेरी शक्ति
मेरी वाली सब जानती हैं,
उसे सब पता हैं,
वो मुझे जानती हैं,
अन्दर से भी बाहर से भी,
वो सब कर सकती हैं,
उसे सब बनाना आता हैं,
जब भी उसे कुछ दो तो
वो उसे दुगना कर देती हैं,
वो जादूगरनी हैं, मैजिक....
उसके चार हाथ हैं,
दो हाथ दिखते नहीं हैं पर हैं उसके पास,
तभी तो सब फटाफट कर देती हैं,
कभी कभी वो राई का पहाड़ भी बना देती हैं,
पूरा घर सर पर ले सकती हैं,
वो..वो...वो.... नवदुर्गा हैं,
मेरे बच्चों की माँ भी हैं,
वो मेरी दुनिया हैं,
वो मेरी गौरी और मैं उसका शिव हूँ,
रोज तांडव करता हूँ,
बच्चे रोज शिवशक्ति देखते,
उसी से दुनिया है और उसी से दुनिया खतम,
जय माँ शक्ति जय माँ शक्ति.
