"प्रेम की भाषा हिन्दी"
"प्रेम की भाषा हिन्दी"
सबको प्यारी सबसे न्यारी ,
यह भाषा राजदुलारी है।
मीठे रूप में बोल हैं इसके,
यह प्रेम रस में भारी है।।
भाषाओं में बड़ी बहन है,
जिस पर ही सब वारी हैं।
संस्कारित भाषा में गूंजे,
मिलती जिससे सारी हैं।
भारत की पहचान बनी,
रचनाओं द्वारा जारी है।
सुंदर भावों में संवाद होते,
अलंकारों में संचारी है।।
हिन्द देश की गौरव बनकर,
राजभाषा की अधिकारी है।
हम प्रेम से बोलें हिन्दी में,
यह मातृभाषा फुलवारी है।।