"मां की अंगुली"
"मां की अंगुली"
मां की अंगुली यह प्यारी है,
जिसकी कीमत न्यारी है।
यही तो सारी राह दिखाती,
जिस पर जीवन आभारी है।।
जीवन दायिनी मां होती है,
सुख देकर दुख सहती है।
मां की ममता अतुलनीय है,
अच्छी बात सदा कहती है।।
अंगुली पकड़कर चलना सीखा,
मां का पहला अमृत दूध चीखा।
मानव जीवन की यही कहानी,
किसी का मीठा किसी का तीखा।।
इस फर्ज का कर्ज चुकाना होगा,
मां के दर्द को कभी मिटाना होगा।
यह अंगुली नहीं जीवन की कलम है,
जिसकी ताकत तुम्हें दिखाना होगा।।