anuradha nazeer
Drama
जीवन में कभी
आगे होने का घमंड
और पीछे होने का गम।
ना करें पता नहीं
कब जिंदगी बोल दे
पीछे मुड़।
कोई
इन चीजों को र...
ज़िन्दगी का क...
प्यार दो
मूल्यवान
जीत
अपने काम से प...
सफलता
प्यार प्यार प...
प्यार की प्या...
दमका तो कुछ दीप्त हुआ गर्व से सने को दमित किया तब पीत शांत हुआ दमका तो कुछ दीप्त हुआ गर्व से सने को दमित किया तब पीत शांत हुआ
बस इन सवालों के जवाबों में खुद की पहचान बनाऊँगी। बस इन सवालों के जवाबों में खुद की पहचान बनाऊँगी।
सुना के अपनी दास्तां मेरे दिल को सुकूं दो न। सुना के अपनी दास्तां मेरे दिल को सुकूं दो न।
और उनकी समझ बीरबल की तरकीब होगी बस यही उम्र का फ़ासला होता है। और उनकी समझ बीरबल की तरकीब होगी बस यही उम्र का फ़ासला होता है।
कभी हँसाए, कभी रूलाए, अंश तुम्हारा ये बचपन।। कभी हँसाए, कभी रूलाए, अंश तुम्हारा ये बचपन।।
Because home is not just a word or a building made up of bricks and mortar, It is a feeling. Feeling... Because home is not just a word or a building made up of bricks and mortar, It i...
देश के विकास की नई कहानी बुननी है। देश के विकास की नई कहानी बुननी है।
वृक्ष के जड़ की तरह भावुकता का संबंध पल्लवों से। वृक्ष के जड़ की तरह भावुकता का संबंध पल्लवों से।
अपने बलबूते पर, अपनी मर्ज़ी से खुद को तराशना चाहता है; एक लड़का अपने तरीके से अपने हर पल जीना चाहता... अपने बलबूते पर, अपनी मर्ज़ी से खुद को तराशना चाहता है; एक लड़का अपने तरीके से अ...
सबकी निग़ाहों की नज़र बन असद-ए-अमाल रौशन हुए जाती है। सबकी निग़ाहों की नज़र बन असद-ए-अमाल रौशन हुए जाती है।
तब आसान होगा यहाँ बेटी का बेटी बन पाना। तब आसान होगा यहाँ बेटी का बेटी बन पाना।
Know about the heartland of world, Bharat (India) Know about the heartland of world, Bharat (India)
जैसा सम्मान आपनी माँ बहन बीवी बेटी को देते हो वैसा ही पूरी औरत जाति को दे... जैसा सम्मान आपनी माँ बहन बीवी बेटी को देते हो वैसा ही पूरी औरत जाति को दे...
ऎसे ही पढ़ी थी उसने मसूरी की सफर के दौरान रस्किन बॉण्ड की लिखी एक हत्या की कहानी और चाहता था ... ऎसे ही पढ़ी थी उसने मसूरी की सफर के दौरान रस्किन बॉण्ड की लिखी एक हत्या की क...
ओ बाल्यपन सहचरों, याद तुम्हारी ही आती है। ओ बाल्यपन सहचरों, याद तुम्हारी ही आती है।
हमें तो धूप-छाँव दोनों से दोस्ती निभाना है। हमें तो धूप-छाँव दोनों से दोस्ती निभाना है।
आज वर्तमान में जिम्मेदारी हम भी बखूबी निभा रहे भाई -बहन से परे, बच्चों के झगड़े सुलझा रहे। ये प... आज वर्तमान में जिम्मेदारी हम भी बखूबी निभा रहे भाई -बहन से परे, बच्चों के झगड़...
इस सोच में की कल क्या महँगा होगा, कल क्या महँगा होगा ? इस सोच में की कल क्या महँगा होगा, कल क्या महँगा होगा ?
None None
बस तुम्हारा ही तो साथ था जो मैं उन सब से आगे बढ़ पाया हूँ। बस तुम्हारा ही तो साथ था जो मैं उन सब से आगे बढ़ पाया हूँ।