फूल तुम्हारे नाम का
फूल तुम्हारे नाम का
फूल तुम्हारे नाम का,
आज भी मेरे पास है।
फूल जो चूमकर हमें,
तुमनें ही तो दिया था।
बहुत संभाल के रखा,
हमनें जिसे किताब में।
वो किताब प्यार से दी,
तुमनें हमें बड़े प्यार से।
रोज़ पानी खाद देते हैं,
मुरझा सूख नहीं जाए।
ये फूल तुम्हारे नाम का,
जो प्रेम की निशानी का।