पहली सी मोहब्बत।
पहली सी मोहब्बत।
यारों ये मोहब्बत सिर्फ और सिर्फ नाम की तो है,
पहली सी मोहब्बत मिले जिसे वो खुशनसीब है।
दोस्तों मरने के बाद अगर कभी मौका मिला तो,
जाकर पूछेंगे रब जी से प्यार में धोखा क्यों मिला।
कलयुग में सिर्फ आस्तिक इंसान उम्रभर दुख झेले,
काफ़िर इंसान तो तमाम उम्र सुखी संपन्न ही रहते।
नाकाम आशिक जब-जब उनको भुलाना चाहे,
वो उससे भी ज़्यादा अक्सर हमको याद क्यों आते।
ऊपर वाले ये कैसी आपने अजीब-सी दुनिया बनाई,
सच्चा प्यार दुःखी और बेवफ़ा एशो-आराम से जीते।