पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
ये नीला आकाश
ये कलकल करते झरने
चांद की शीतलता
पक्षियों का कलरव
लहरों का नृत्य
उगते सूरज की लालिमा
ये सब कुछ,
हमें बहुत भाता है
इन सभी को अपनी बांहों के
आगोश में लेने का जी करता है
जब भी हमें तुम्हारे संग
पहली मुलाकात का वो अजीज
लम्हा याद आता है,
दिल मचल उठता है
होंठ कुछ गुनगुनाने लगते हैं
हम अतीत के झरोंखे में
झांक आते हैं,
अतीत के सफर पर हम
कुछ यूँ निकल जाते हैं कि
वो पहली मुलाकात के हसीन पल
हमें ताजगी दे जाते हैं।