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Uma Shankar Shukla

Inspirational Others

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Uma Shankar Shukla

Inspirational Others

नया सूरज उगाना है

नया सूरज उगाना है

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नया  सूरज  उगाना  है ।

धरा का तम मिटाना है ।

हृदय में ज्ञान का दीपक, 

हमेशा  जगमगाना  है ।(1)


मुसीबत की लगी ठोकर ।

सम्हाले  जिन्दगी ठोकर ।

सुसुप्तों को जगाती है, 

नहीं है दिल्लगी ठोकर ।(2)


सदा सच बोलना सीखो ।

मधुर रस घोलना सीखो ।

अचेतन और श्लथ मन के, 

किवाड़ें  खोलना  सीखो ।(3)


मिलेंगे  दौर  भी  आगे ।

ठिकाने  ठौर  भी  आगे ।

समय इतिहास रचता है, 

करेंगे   गौर  भी  आगे ।(4)


निराशा के मलिन बादल ।

उमड़ते हैं कठिन  बादल ।

घुटन - संत्रास - कुण्ठा के, 

छँटेंगे  एक  दिन  बादल ।(5)


भले  हो  पंथ  शूलों  का ।

करो  अहसास  फूलों का ।

निडर होकर बढ़ो पथ पर, 

पकड़  दामन  उसूलों  का ।(6)


अगर दुख है तो निश्चित कल ।

सुखों के  भी  मिलेंगे पल ।

नदी की  भाँति  जीवन में, 

रहो बहते  सदा  कल-कल। (7) 



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