नस नस में समाया तेरा प्यार है
नस नस में समाया तेरा प्यार है
तू हमराह है तो रोशन मेरा संसार है,
शुक्र है खुदा का, जिसने जगाया तुम्हारे दिल में प्यार है।
पतझड में भी आबाद मेरे दिल का बाग है,
लगता है ऐसे, जैसे छाया चारो ओर खुशी का खुमार है।
जीवन की बगिया महेक गई तेरे आने से,
जैसे मेरा जीवन बन गया गुलजार है।
कुछ नहीं चाहिए अब मुझे रब से,
मेरी नस नस में समाया तेरा प्यार है।
मेरी हर दुआ में शामिल अब तेरा नाम है,
जैसे खुदा का सबसे कीमती तोहफा मेरा यार है।
कसमें वादे की अब मुझे जरूरत ही कहां है,
जैसे मुझ में समाया मेरा दिलदार है।