नम्र निवेदन
नम्र निवेदन
क्षमा करें अपने मन कोअति कष्ट हुआ था, और लगा बहुत ही गंदा,
लाक डाउन उल्लंघन देख लगा, राहु ग्रसित न कर ले मानव रूपी चंदा।
जनता कर्फ्यू बाईस मार्च को, जो दिया समर्थन उसका अति आभार है,
जीवन नहीं फिल्म की शूटिंग, कोई मौका नहीं री-टेक का दूसरी बार है।
जरा शिथिलता प्रलय ला सकती , और विजय बन सकती अंतिम पल में हार है,
सब गुड़-गोबर हो जाएगा,पूरी रात्रि की सबकी सजगता एक झपकी में बेकार है।
अपना है करबद्ध निवेदन सबसे, अंतिम क्षण तक ही हम सब अपना कर्त्तव्य निभाएंगे,
बिन दोहराए चूक- अंत तक- धर धीर सजगता,हरा "कोरोना" हम विजय ध्वजा फहराएंगे।
