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Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract

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Dhan Pati Singh Kushwaha

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नम्र निवेदन

नम्र निवेदन

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क्षमा करें अपने मन कोअति कष्ट हुआ था, और लगा बहुत ही गंदा,

लाक डाउन उल्लंघन देख लगा, राहु ग्रसित न कर ले मानव रूपी चंदा।


जनता कर्फ्यू बाईस मार्च को, जो दिया समर्थन उसका अति आभार है,

जीवन नहीं फिल्म की शूटिंग, कोई मौका नहीं री-टेक का दूसरी बार है।


जरा शिथिलता प्रलय ला सकती , और विजय बन सकती अंतिम पल में हार है,

सब गुड़-गोबर हो जाएगा,पूरी रात्रि की सबकी सजगता एक झपकी में बेकार है।


अपना है करबद्ध निवेदन सबसे, अंतिम क्षण तक ही हम सब अपना कर्त्तव्य निभाएंगे,

बिन दोहराए चूक- अंत तक- धर धीर सजगता,हरा "कोरोना" हम विजय ध्वजा फहराएंगे।


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