नास्तिक
नास्तिक


आओ नास्तिक बने
आओ वास्तविक बने
इंसान ही इंसान का सहारा
कहीं नहीं है भगवान बेचारा
आते होगे समय समय पर
इस समय नहीं है
अच्छा है खेती करें, मजूरी करें
अपना काम धाम करें
क्यों समय बर्बाद करें
क्यों न एक दूसरे को आबाद करें
किसने देखा, किसने भटकाया,
तुम्हें भगवान की बातों में
कोई नहीं है, कहीं नहीं है
हम मनुष्य ही एक दूसरे के सहायक हैं
बेकार में ईश्वर ईश्वर करते निकम्मे नालायक हैं
भीख क्यों माँगना
देता भी दान मनुष्य ही है
हम किसी मनु की सन्तान नहीं
अपने बाप की औलाद हैं
उन्हें पालो, जिम्मेदारी निभाओ
बेकार में अल्लाह मेहरबान
चद्दर ढांक कर सो रहे भगवान।