नारी
नारी


प्रकृति की सर्वोत्तम कृति है,
नारी एक पुरूष की शक्ति होती है,
नारी बिन नारी के हमसब ज्योतिहीन है
एक दीपक की बाती होती है,
नारी भगवान श्री हरि के छपन्न भोग पे,
सिर्फ तुलसी माता होती है,
भारीप्रकृति की सर्वोत्तम कृति है।
प्रकृति की सर्वोत्तम कृति है,
नारी एक पुरूष की शक्ति होती है,
नारी बिन नारी के हमसब ज्योतिहीन है
एक दीपक की बाती होती है,
नारी भगवान श्री हरि के छपन्न भोग पे,
सिर्फ तुलसी माता होती है,
भारीप्रकृति की सर्वोत्तम कृति है।