मैं तेरा दिवाना
मैं तेरा दिवाना
तू अलबेला....
मैं तेरा दिवाना.
तेरे शीश पे मुकुट सोहे,
तेरे कानमे कुंडल लटके,
तेरे भाल पे तिलक सोहे,
तेरे नयनसे बिजली चमके।
तू अलबेला....
तेरे गलेमें बैजंन्ती माला,
तु पहने पीताम्बर पीला,
तेरे पांवमें पायल बाजे
त् त् थै ता ता नाचे।....
तू अलबेला....
तेरे कर है कोमल कोमल,
तेरी मुरली उस पर सोहे,
मुरली की मधुर ताने,
गोपीयों का चैन चुरावै।
तू अलबेला......
"मुरली" पे हुआ मे पागल,
मेरे दिलमें मच गई हलचल,
में शरण तिहारे आया,
मुझे अपना दास बनाना।
तू अलबेला.....
