नारी शक्ति
नारी शक्ति


ममता की सरिता बहाती है नारी,
संस्कारों का सिंचन करती है नारी,
परिवार की अन्नपूर्णा बनती है नारी,
नारी शक्ति की महिमा है न्यारी।
जुल्म और सितम से लड़ती है नारी,
हैवानियत को दूर हटाती है नारी,
नफरत को प्रेम में बदलती है नारी,
नारी शक्ति की महिमा है न्यारी।
अन्याय का सामना करती है नारी,
राग, द्वेष और ईर्ष्या मिटाती है नारी,
मानवता की ज्योत जलाती है नारी,
नारी शक्ति की महिमा है न्यारी।
प्रेम की अहमियत समझाती है नारी,
विष को भी अमृत में बदलती है नारी,
"मुरली" किसी से नहीं डरती है नारी,
नारी शक्ति की महिमा है न्यारी।