नारी अनन्या
नारी अनन्या
नारी की आंख से छलकता प्यार
नारी अनन्या उसका स्वरूप अपार
बंदन करो नारी शक्ति की,
विश्व भर में हो भारत की गुण गान!!
नारी सुरक्षा , शिक्षा की ज्ञान
नारी प्रगति ,सृष्टि उन्नति
नारी मानवता को वरदान
स्नेह सम्मान हो जग भर
न उजड़े वो कोख जंहा जन्मे कन्या रत्न !!
बिन स्त्री धनकैसा हो जीवन
कैसा हो संसार और परिवार
प्रकृति नारी सम स्वरूप
कन्या ,बहन ,प्रेमिका ,पत्नी ,माता की रुप !!
घर, मंदिर में पूजे देवी नारी कि शक्ति स्वरूप
आओ मिलकर ले सौगन्ध स्वीकारेंगे सत्य
नारी पूजित सरस्वती ,दुर्गा ,काली ,लक्ष्मी में नित्य !!