आशा की किरण
आशा की किरण
बुलन्द कर के हौसला तू
तू चल पड़ कभी न रुक तू
आगे निकल आगे निकल
आंधी आए तूफा आए
चाहे छाए रहे गम की घन घोर अंधेरा
होगा एक दिन सुनहरा सबेरा
खिल खिलाएगा हर वो चेहरा
बहेगी नदियां उफान में एक दिन
जगेगी एक दिन आशा की लौ
हर मन वन उपवन होगा उजियारा
सुनाई देगी बचपन की किलकारी
हरी भरी उम्मीद बिखरेगी क्यारी क्यारी
तू उड़ चल पंख फ़हरा के
अनंत गगन में
लक्ष्य सबका हो ऊंचा
मन का विचार हो सच्चा
राह नहीं है अब दूर हमारी
करवट ले रही है सबकी तकदीर ।।