मुसीबतें
मुसीबतें
मुश्किलें आती है जग में तू हर बाधा हो हर
कठिन राह में भी तू खोज ले अपनी डगर
जो तू डर गया तो कुछ ना कर पायेगा
बस सोचता रहेगा हर दिन हर प्रहर
लांघ दे हर वो सीमा जो करे कमजोर है
मेहनत के आगे किस्मत का नहीं जोर है
खुद पर यकीं तो रख हौसले बुलंद कर
तेरे इंतजार में वक्त भी जाएगा ठहर
कदम अपने आगे बढ़ा दुनिया करेगी कदर
हे मानव! तुझे किसका है डर किसका है डर
बस अब तू सफलता की राह पर चल निकल
राह में आने वाली हर बाधा को हर बाधा को हर।