मुन्नू का एलियन
मुन्नू का एलियन
जबसे 'कोई मिल गया' देखी
तबसे मुन्नू को चैन नहीं है
जादू एलियन से मिलना है
बिना उसके कुछ भी नहीं है
उसने किया एक सॉफ्टवेयर कोर्स
सोचा मोबाइल से बुलाएंगे जादू
सर्वेंट क्वार्टर के कमरे जाकर
कोशिश करने लगे धमक धमा दू
कुछ एक एप्प ऐसा भी बनाया
धुन निकली जैसे पें पें पें
अब तो मुन्नू के दोस्त भी आये
दौड़ के सरपट धें धें धें
सबको लग गयी उम्मीद
जादू आंगन में आएगा
मुन्नू को वो देगा शक्तियां
चैंपियन हर जगह बनाएगा
बात चली पापा को पता
कुछ तो उनको करना होगा
चलो एक दिन का नाटक तो
मुन्नू के लिए झेलना होगा
रामू काका को पहनाई बोरी
जादू के जैसा कर दिया मेकअप
मुन्नू के मोबाइल से बजा संगीत
रामू काका आ गए झटपट
सब बच्चे मांगने लगे फिर
इस अजब जादू से शक्तियाँ
यहाँ पर देखने वाली थीं
रामू काका की अभिव्यक्तियाँ
खैर फिर फिक्शन हुआ ख़त्म
राम काका का खुल गया भेद
रोने लगा मुन्नू, लगे बच्चे हंसने
पापा ने दौड़ाया सबको तेज
अब पापा ने समझाया उसको
साइंस फिक्शन देखो दिमाग से
कुछ पढ़ लिख भी लिया करो
डरा नहीं करो गुणा भाग से
उसके बाद जन्मदिन पर
मिला मुन्नू को बड़ा तोहफा
जादू जैसा सॉफ्ट टॉय मिला
अब उस को पास रखकर सोता।
