मुलाकात
मुलाकात
जुबां पे मोहब्बत का नाम न आए तो
लफ्जों का एहतियात कर बैठा।
जुबां फिर भी खामोश थी,
फिर तुम्हारी आंखों से मुलाकात कर बैठा।
जुबां पे मोहब्बत का नाम न आए तो
लफ्जों का एहतियात कर बैठा।
जुबां फिर भी खामोश थी,
फिर तुम्हारी आंखों से मुलाकात कर बैठा।