मुक्तक
मुक्तक
खुलकर हम
हँस ना पाएं
दुनिया के आगे
झुक ना पाएं
यही कारण था
हम दोनों का
जो एक दूजे से
मिल ना पाएं...।
खुलकर हम
हँस ना पाएं
दुनिया के आगे
झुक ना पाएं
यही कारण था
हम दोनों का
जो एक दूजे से
मिल ना पाएं...।