Kavi sunil Yadav
Drama
खुलकर हम
हँस ना पाएं
दुनिया के आगे
झुक ना पाएं
यही कारण था
हम दोनों का
जो एक दूजे से
मिल ना पाएं...।
तुमको चाहने ल...
मुक्तक
प्यार करने की...
दिल में मेरे ...
याद आती है
इसलिए वो अपना कर्म ख़ूब अच्छी तरह से निभा सकते हैं।। इसलिए वो अपना कर्म ख़ूब अच्छी तरह से निभा सकते हैं।।
खुशियों को पाने की कोई चाह थी, या बस, गमों से बचने की बेचैनी सी, खुशियों को पाने की कोई चाह थी, या बस, गमों से बचने की बेचैनी सी,
मुझे ही कुछ करना होगा कुछ को अब साबित करना ही होगा मुझे ही कुछ करना होगा कुछ को अब साबित करना ही होगा
कौवा काँव काँव कै चीखै, हमरे घर की क्यारी मा । तब हम यूं जानी की कौनौ, आवै की तैयारी कौवा काँव काँव कै चीखै, हमरे घर की क्यारी मा । तब हम यूं जानी की कौनौ, आवै क...
जब ये दिल सिर्फ तेरे लिए तड़पता था अब तो इस जालिम ने भी तड़पना छोड़ दिया है। जब ये दिल सिर्फ तेरे लिए तड़पता था अब तो इस जालिम ने भी तड़पना छोड़ दिया है।
मेरी अलसाई निगाहों में, तूने सतरंगी सपने सजा दिए l मेरी अलसाई निगाहों में, तूने सतरंगी सपने सजा दिए l
ये सुकूं भी मेरा ऐसा बेरहम हो गया है, आंखों से ख्वाबों को उड़ते हुए देखा था, ये सुकूं भी मेरा ऐसा बेरहम हो गया है, आंखों से ख्वाबों को उड़ते हुए देखा था,
जब मैं अपनी नम आंखों को सहेजते हुए लंबी सांस लेता हूँ जब मैं अपनी नम आंखों को सहेजते हुए लंबी सांस लेता हूँ
परंतु कुछ दर्द वक्त के साथ हमेशा के लिए हो जाते है परंतु कुछ दर्द वक्त के साथ हमेशा के लिए हो जाते है
डालो फूट और और दुकान लगाओ दुकान लगाओ ... डालो फूट और और दुकान लगाओ ...
वीरान आंगन को निहारता हूँ, रंग भरे थे जो तूने आंगन में। वीरान आंगन को निहारता हूँ, रंग भरे थे जो तूने आंगन में।
मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ। मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ।
आसमां को दिखाने अब अपनी रात करना चाहूं। आसमां को दिखाने अब अपनी रात करना चाहूं।
कभी मां की ममता प्यारी और न्यारी, फूलों ने छुपी खुशबू सी भीनी भीनी, कभी मां की ममता प्यारी और न्यारी, फूलों ने छुपी खुशबू सी भीनी भीनी,
मगर क्यों कोई परवाह नज़र नहीं आती पीछे भंवर हैं और किनारे भी करीब हैं मगर क्यों कोई परवाह नज़र नहीं आती पीछे भंवर हैं और किनारे भी करीब हैं
घर में टूटी चारपाई, मरम्मत होने वाली है टूटी चारपाई पर बूढ़ी, किस्मत सोने वाली है घर में टूटी चारपाई, मरम्मत होने वाली है टूटी चारपाई पर बूढ़ी, किस्मत सोने वाल...
माना की उलझनें बहुत है जिंदगी में, मगर फिर भी कुछ तो बात है जिंदगी में, माना की उलझनें बहुत है जिंदगी में, मगर फिर भी कुछ तो बात है जिंदगी में,
वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला
अगर अभावग्रस्त न होते तो किसी सामूहिक विवाह में चक्कर लगाते अगर अभावग्रस्त न होते तो किसी सामूहिक विवाह में चक्कर लगाते
पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती