Anjni Ayachi
Tragedy Inspirational Drama
चेहरा देख कर इंसान को
परख लेने का हुनर था,
तकलीफ तो तब हुई
जब अपने ही मुखौटा पहने मिल गए...!!
" चाय "
"लम्हे "
सबक
घूँघट
मुखौटा
खैरियत
गुरूर
समझदार है तू
माँ
मोह माया
कितनों ने तोड़े दम, कितनों ने दिखाया खम, आखिर में उन्होने पार किया ज़िंदगी का अग्निपथ । कितनों ने तोड़े दम, कितनों ने दिखाया खम, आखिर में उन्होने पार किया ज़िंदगी का अग्न...
ये सब दुकानदार अब नहींं दिखते जो सड़कों पर चलते फिरते थे ! ये सब दुकानदार अब नहींं दिखते जो सड़कों पर चलते फिरते थे !
कोरोना के कहरों से हमें यूँ लगने लगा, कि फिर कोई "रासायनिक युद्ध " सिरिया में होने कोरोना के कहरों से हमें यूँ लगने लगा, कि फिर कोई "रासायनिक युद्ध " स...
मेरा बोझा उठाने का दम भर, जेबें अपनी भर जायें मेरा बोझा उठाने का दम भर, जेबें अपनी भर जायें
मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला! मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला!
भूख से तड़प कर चले जा रहे हैं सब वो आज सरकार भी खबर लेती नहीं उनकी। भूख से तड़प कर चले जा रहे हैं सब वो आज सरकार भी खबर लेती नहीं उनकी।
सदा के लिए समाप्त हुआ तो मैं कभी ना आऊँगा। सदा के लिए समाप्त हुआ तो मैं कभी ना आऊँगा।
मैं गवाह हूँ इस राह से जाने वालों का दर्द का तपिश का। मैं गवाह हूँ इस राह से जाने वालों का दर्द का तपिश का।
कहीं गरीबों के पिटने पर, शर्मसार दुखपाती सड़कें। और कहीं रोती है देखो। कहीं गरीबों के पिटने पर, शर्मसार दुखपाती सड़कें। और कहीं रोती है देखो।
शासक सत्ता के मद में हैं सब झूम रहे, अपना एटम बम लेकर के सब फूल रहे। शासक सत्ता के मद में हैं सब झूम रहे, अपना एटम बम लेकर के सब फूल रहे।
आज फिर से हम से मैं और तुम बन गए। आज फिर से हम से मैं और तुम बन गए।
अच्छे काम का भी होता है नशा उसका शौक पालो वही करो नशा। अच्छे काम का भी होता है नशा उसका शौक पालो वही करो नशा।
धक्का देकर आज भगाया, जानवर ही ठीक था मजदूर क्यों बनाया। धक्का देकर आज भगाया, जानवर ही ठीक था मजदूर क्यों बनाया।
लिखो आज तुम कुछ उन मजदूरों के नाम ! लिखो आज तुम कुछ उन मजदूरों के नाम !
बिन भ्रम असली पहचान ही लेगी, मधुमक्खी और प्यारी सी तितली। बिन भ्रम असली पहचान ही लेगी, मधुमक्खी और प्यारी सी तितली।
जहां तक पड़ रही थी निगाहें, धुआं ही धुआं था फैला। जहां तक पड़ रही थी निगाहें, धुआं ही धुआं था फैला।
इस घर के दर दीवारों पर, बहुत ही कठिन पहरे हैं। सच तो इस घर के दर दीवारों पर, बहुत ही कठिन पहरे हैं। सच तो
लगता है सियासत से पक्की यारी हो गयी। लगता है सियासत से पक्की यारी हो गयी।
तुमने जगत जननी नारी को निर्वस्त्र दिखाया है। तुमने जगत जननी नारी को निर्वस्त्र दिखाया है।
मत आना लाडो इस आंगन में। मत आना लाडो इस आंगन में।