मुझे अपना बनाती है
मुझे अपना बनाती है
सबक जो जिंदगी
मुझे सिखाती है !
कुछ पल ही में,
मुझे अपना बनाती है !
मौके पर मुसीबत को
मुस्कान में बदल लेती है
फ़िर ख़ुद ब ख़ुद ज़िंदगी
अपनी रौ में चल देती है !
रोके से भी रुकता नहीं है,
झुकता है, मगर टूटता नहीं है !
हर पल को अपना बनाके
ज़िंदगी हमराही बन जाता है !
सबक जो जिंदगी
मुझे सिखाती है,
कुछ पल ही में
मुझे अपना बनाती है !