मत कर इतना खुद पर गुमां तू
मत कर इतना खुद पर गुमां तू
मत कर इतना खुद पर गुमां तू,
एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा।
जिन पाँच तत्वों से जन्मा है तू,
उन्हीं पाँच तत्वों में मिल जाएगा।
ईश्वर का दिया संकेत भी समझ,
वरना तू मुश्किल में पड़ जाएगा।
जीवन है ये, आसान नहीं समझ,
अकेले कभी नहीं काटा जाएगा।
अब मुस्कुरा ले तू पल दो पल,
जीवन ये सुखमय बन जाएगा।
नहीं कर तू अब इस कदर छल,
जीवन ही दुख से भर जाएगा।
बाहर की दुनिया अतरंगी बड़ी है,
इसमें फंस कर ही तू रह जाएगा।
कल के समय में समस्या बड़ी है,
इसी में ही तू जकड़ा रह जाएगा।
मत कर इतना खुद पर गुमां तू,
एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा।
जिन पाँच तत्वों से जन्मा है तू,
उन्हीं पाँच तत्वों में मिल जाएगा।
