असफलता से घबराना ना
असफलता से घबराना ना
संघर्षों का पहाड़ है आगे,
मंजिल तुम्हें अब पानी है।
डट कर ही बढ़ना है आगे,
जिन्दगी की ये कहानी है।
कांटे जितने भी मिलें राह में,
उन सबको किनारे करना है।
फूल भी मिलेंगे तुम्हें राह में,
उससे संभल कर चलना है।
फूल बनाएंगे कमजोर तुम्हें,
उन सा ना कोमल बनना है।
कठोर बन दृढ़ होना है तुम्हें,
जीवन में कुछ तो बनना है।
मिलेगी तुमको जरूर सफलता,
इसी विश्वास के साथ बढ़ना है।
तब भी ना मिले अगर सफलता,
असफलता से घबराना नहीं है।
जीवन का ही सूत्र है असफलता,
बहुत कुछ तो ये हमें सिखाती है।
हटने से पीछे नहीं मिले सफलता,
सफलता उससे मुंह फेर जाती है।