मस्ती का माहौल
मस्ती का माहौल
आओ साथियों आ जाओ,
आज तो गीत गुनगुनाएंगे।
आओ हम सब इस खुली हवा में खुलकर सांस लेंगे,
अब न कभी हम लड़ेंगे ना ही किसी का अपमान करेंगे।
देखो 7:00 बज गए हैं,
आज स्कूल फिर से खुल गए हैं।
सारी दुनिया रंग बिरंगी लग रही है,
हम सब सारे साथी तितलियों की तरह लग रहे हैं।
स्कूल का महत्व हमने साथियों अब है जाना,
यह तो एक मंदिर है जिसने हम को है पहचाना।
कितना लुभावना दृश्य है,
कोई फिसल पट्टी पर खेल रहा है।
तो कोई पकड़म पकड़ाई खेल रहा है,
कोई नीचे बैठकर आपस में बतिया रहा हैं,
और कोई अपनी दुनिया में मगन हो रहा है।
आज ऐसी मौसम ने ली है अंगड़ाई,
कि हम सबको है आज मस्ती छाई।
आज स्कूल हमको कितना लुभावना दिख रहा है,
देखो तो कहीं पेड़ों की छाँव है,
तो कहीं फूल खिले हैं प्यारे प्यारे।
चारों तरफ है मस्ती का माहौल,
जिस में हम सब मिलकर खेलेंगे अब खेल।