मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
रेगिस्तानों में भी कहीं
कभी कोई भ्रम...
पानी में बदलता है?
इस अंतहीन तलाश में
बेचारा इंसान...
आजीवन भटकता है!
रेगिस्तानों में भी कहीं
कभी कोई भ्रम...
पानी में बदलता है?
इस अंतहीन तलाश में
बेचारा इंसान...
आजीवन भटकता है!