मोहे पिया से मिलन की आस
मोहे पिया से मिलन की आस
मोहे पिया से मिलन की आस,
मेरे नैना हैं उदास
जाने गया कहाँ, दिल में मेरे जगाकर प्यार की प्यास ।
वही है मेरे जीने की आस,
मेरे नैना हैं उदास,
मोहे पिया से मिलन की आस ।
मन का पनघट उस बिन हैं वीरान,
दिल की गलियां भी लगती हैं सुनसान ।
यादों में ढूँढा करता हूं,
बस सपनों में ही आये वो पास,
मेरे नैना हैं उदास,
मोहे पिया से मिलन कि आस ।
मेघा जब जब घिर के आए,
मन का आंगन हिलोरें खाए
पिया की याद बड़ा सताए,
अब तो आजा मेरे साजन,
तुझ बिन ये प्यास मेरी कौन बुझाए ।
वो कौन सा करूँ उपाय, जो तू आए मेरे पास,
मेरे नैना हैं उदास,
मोहे पिया से मिलन कि आस ।