मोहब्बत में शब्द हजार
मोहब्बत में शब्द हजार
मोहब्बत में शब्द हजार, बयां कुछ ही हो जाते हैं,
दिख जाये कोई झुमका बाजार में, मेरा दिल तेरी तस्वीर देखे बिना नहीं रहता।
वो खनक चूड़ियों की दिल को छू जाती है, तू मोरनी बन पायल खनका देती है।
ये तारे भी आज तेरी महफिल में सज गए हैं, चांद खुद निकला है तुझे देखने,
आज कातिल- ए - पोशाक में खूब जंच रही हो।
मैं तो सरहद का फौजी, बस तेरी तस्वीर से बातें करता हूं,
मानो जैसे तुमसे हर रात, तस्वीर में ही मुलाकात करता हूं।
-