पर दूर बैठे फौजी उन्हे तो कोई पूछे ना कोई पत्र भेजता ना कोई फोन करता बस सब अपने अपने पर दूर बैठे फौजी उन्हे तो कोई पूछे ना कोई पत्र भेजता ना कोई फोन करता बस स...
आज कातिल- ए - पोशाक में खूब जंच रही हो आज कातिल- ए - पोशाक में खूब जंच रही हो
बूढ़े हाथों के सहारे उसे बड़े कोमलता से पुचकारा.. और सहसा उनके दिमाग में ख्याल आया.. बूढ़े हाथों के सहारे उसे बड़े कोमलता से पुचकारा.. और सहसा उनके दिमाग में ख्या...
न मैं हिन्दू न मैं मुस्लिम मैं तो साधारण आम इंसान कहलाता हूँ न मैं हिन्दू न मैं मुस्लिम मैं तो साधारण आम इंसान कहलाता हूँ