मेरा परिचय
मेरा परिचय
बहती हुई नदी की छोटी सी लहर हूँ मैं,
उगते हुए सूरज की पहली किरण हूँ मैं,
रूठे परिंदे को हंसाता हुआ कवि हूँ मैं।
भटके हुए राही का यार हूँ मैं,
हर पागल दीवानी का पहला प्यार हूँ मैं,
जहाँ भी जाऊ नाम वतन का ले एक शब्दो से भरी शाम हूँ मैं,
शब्द की कमान पर तीर बेनाम हूँ मैं,
बस ईमान भारतीय होने का है, महफिलों की जान हूँ मैं,
चाय की प्याली के संग लिखने वाला , मेरा परिचय भारतीय कवि हूँ मैं।