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Bushra Wasim

Tragedy Others

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Bushra Wasim

Tragedy Others

मन की बात कह नहीं पाते है

मन की बात कह नहीं पाते है

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कई बार हम अपने मन की बाते कह नहीं पाते है ।

कई बार मन में ऐसा कुछ चल रहा होता है की किसी से कुछ भी कह नहीं पाते है ।

मन की उथल पुथल किसी को बता नहीं पाते है।

दूसरों को समझा रहे होते है या खुद को ।

कुछ समझ नहीं पाते है ,कहने को बहुत कुछ होता है पर कह नहीं पाते है ।

एक अजीब खामोशी मायूसी चेहरे पर आकर छा जाती है ,

लेकिन हम अपने उस हाल को दिखाना नहीं चाहते ।

इसलिए पता नहीं क्या क्या बोलते रहते है और न जाने कैसी कैसी बाते पर हँसने लगते है ।

कभी कभी यू ही परेशान हो जाते है दिल की बाते दिल में ही रह जाती है ।

कहने को बहुत कुछ होता है पर कह नहीं पाते ।

सच में मन की बात कहना बहुत मुश्किल होता है ।



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