मन की आवाज़।
मन की आवाज़।
हम सब इंसान मन की आवाज़,
पर ज़्यादातर अमल करते रहते।
हममें से कुछ हमेशा मन की सुनें,
जहाँ दिमाग़ की बहुत कम है सुनें।
प्यार मोहब्बत के मामले में हमेशा,
दिल और मन से ही काम हम लेते।
वर्तमान में घनघोर कलयुग चल रहा,
प्रेम करने से पहले दिमाग तो चलाएं।