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Husan Ara

Abstract

5.0  

Husan Ara

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मिट्टी ही सच है

मिट्टी ही सच है

1 min
543


ये ज़मीं

मिट्टी ही तो है

ज़मीं पर रहने वाले

सब जीव

मिट्टी ही से हैं

मिट्टी में ही मिल जाना


सबको आखिर

चाहे जलकर या दबकर

मिट्टी ही हमारा सच

सब कुछ बना मिट्टी से ही बनकर


पेड़ पौधे फल सब्ज़ी

सब मिट्टी में ही आता

फूल भी खुशबू तरह तरह की

मिट्टी से ही पाता

प्रकृति को ग़ौर से देखो


उसकी सुंदरता

सब मिट्टी ही से है

पहाड़ भी मिट्टी का ही स्वरूप

नदियां यहीं से बढ़कर

मिलतीं सागर को जाकर

सबकुछ बना मिट्टी से बनकर


पेट्रोल डीज़ल

एलपीजी कैरोसीन मिट्टी ही से

पेट्रोलियम के रूप में निकाला जाता

लोहा हो सोना या हीरा

मिट्टी ही में पाता

मूरत भी मिट्टी

ये महल बंगले भी

हर वस्तु का अस्तित्व जुड़ा

मिट्टी से ही


ये रचनाएँ सब

मिट्टी की ही उपज है

सब कुछ बना मिट्टी से बनकर

मिट्टी ही तो सच है।


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