मिलकर बनें सुपरपावर
मिलकर बनें सुपरपावर
अमेरिका, चीन और रूस
रोज़ हैं दुनिया को धमकाते
असली लीडर है अपना भारत
प्यार से रहो, सबको समझाते
अब दुनिया हमारी भी कुछ
सुनने लगी ऐसा लगता है
हम विश्वगुरु भले न हों अभी
पर शांति का सूरज यहीं उगता है
है संस्कृति हमारी सबसे खास
इसको महत्व देना होगा सदा
पर नए आयाम भी छूने होंगे
वैज्ञानिक दृष्टिकोण हो सर्वदा
वैसे ये सुपर पावर की होड़
बंद हो जाए तभी होगी शांति
हथियार बराबर कर लें सब
तब होगा ये सबसे बड़ी भ्रांति
आज विश्व युद्ध के मुहाने पर
इसी होड़ ने हमको पहुंचाया है
खालिस बातचीत से कुछ न होगा
सही कदमों का वक्त अब आया है
अपने अपने हिस्से से मतलब
बहुत रख लिया सब देशों ने
मानवता आज कष्ट में बड़ी है
है बहुत लिख लिया लेखों में
अब मिलकर करना होगा काम
सुपरपावर कोई देश नहीं होगा
संयुक्त राष्ट्र को मिलेगा ये तमगा
वरना धरती पर कोई शेष नहीं होगा।