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Pratiksha chavan

Crime Others

4  

Pratiksha chavan

Crime Others

महिला हिंसाचार

महिला हिंसाचार

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लातों से बात करते हो जबान नहीं है क्या ?

क्या कहूँ , कैसे कहूँ , बस इतना बता दो ना ,

जिसके साथ जानवरों सा बर्ताव करते हो ,

क्या वो इन्सान नहीं है क्या ? - - - - ॥1॥


बातों से ज्यादा आपके हाथ चलते है ,

उधर उसका डर के मारे जान निकलती है ,

एक बार उसकी जगह खुद को बिठा के तो देखो,

जिसके साथ गैरों से पेश आते हो ,

क्या वो इन्सान नहीं है क्या ? - - - - ॥2॥


लाठी , बेल्ट , तो कभी चाबुक से मारते हो ,

हर रोज उसकी एक नई उम्मीद तोड़ते हो ,

जो बात की जाये उसे हत्यारों से क्यों करते हो ,

ऐसे जानवरों सा सुलूक क्यों तुम करते हो ? ।3।


आंसू छुपाने के लिए गॉगल वो पहनती है ,

चेहरे के घाव हटाने के लिए मेकअप वो करती है,

ये हर रोज जिस पे बीतती है ,

ना जाने उस पे क्या गुजरती है - - - - 

ये सोच के ही मेरी रूह काँप जाती है । ॥4॥

       



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