किसके संग दिल का दर्द साझा करूँ मेरी जिंदगी में न जाने असमय कैसा भूचाल आ गया किसके संग दिल का दर्द साझा करूँ मेरी जिंदगी में न जाने असमय कैसा भूचाल आ ग...
मोहब्बत-ख़ुलूस का बाज़ार ज़रा बंद है, शिक़ायत तो है बहुत बोलचाल जरा बंद है। मोहब्बत-ख़ुलूस का बाज़ार ज़रा बंद है, शिक़ायत तो है बहुत बोलचाल जरा बंद है।
हक़ीक़त में अब शिकारियों ने अंदाज़ ही नहीं बल्कि अपने हथियार भी बदल दिये हैं। हक़ीक़त में अब शिकारियों ने अंदाज़ ही नहीं बल्कि अपने हथियार भी बदल दिये हैं।
मैं भी वही समाज हूं, जिसमें बहुत सारी गलतफहमीयां भरी पड़ी है, मैं भी वही समाज हूं, जिसमें बहुत सारी गलतफहमीयां भरी पड़ी है,
मायके में तू पराया धन थी और ससुराल में तू पराए घर की हैl मायके में तू पराया धन थी और ससुराल में तू पराए घर की हैl
बातों से ज्यादा आपके हाथ चलते है , उधर उसका डर के मारे जान निकलती है , बातों से ज्यादा आपके हाथ चलते है , उधर उसका डर के मारे जान निकलती है ,