हाल-ए-दिल अपना बयां करने की इजाजत दीजिये। हाल-ए-दिल अपना बयां करने की इजाजत दीजिये।
बातों से ज्यादा आपके हाथ चलते है , उधर उसका डर के मारे जान निकलती है , बातों से ज्यादा आपके हाथ चलते है , उधर उसका डर के मारे जान निकलती है ,