प्यार करो --- खुद से करो
प्यार करो --- खुद से करो
प्यार करो , बेइन्तहा करो,
किसी और से नहीं , खुद से करो,
खुद के लिये काफी हो तुम ,
तूम ही तो समझते हो खुद को बेहतर,
प्यार करो , बेपनाह करो ,
किसी और से नहीं खुद से करो . I१I
प्यार है तुम्हें तुमसे मगर ,
जानते तुम खुद को अगर,
ठहरा है पूरा जहां वहाँ,
बस खुद के लिये ही वक्त कहा ?
प्यार करो, बेवजह करो,
किसी और से नहीं ,खुद से करो . I२I
चारों ओर प्यार को ढूंढा तुमने,
बस खुद को ही तो खोया तुमने ,
अगर देख लो आईना तुम ,
पहचानेंगे क्या खुद को तुम ?
प्यार करो , बेशुमार करो ,
किसी और से नहीं , खुद से करो . I३I
जब भी ठुकराया गैरों ने तुमको ,
तब भी अपनाया तुमने खुद को ,
सब जान के अनजान बने हो ,
अब तो चाहो खुद को ,
प्यार करो , बेमतलब करो ,
किसी और से नहीं , खुद से करो l४l.