महिला दिवस पर विशेषपरिपूरक
महिला दिवस पर विशेषपरिपूरक
ईश्वरी रचना ने जब
नर नारी को एक दूसरे का परिपूरक माना
तो किसने अपने आप को श्रेष्ठ माना ?
नर नारी दोनों है पल्ले तराजू के
ना कोई भारी
ना कोई हल्का
दोनों परस्पर समान है पल्ले
दोनों ही एक डोर से बंधे हैं पल्ले
तभी तो दोनों बराबर है पल्ले।।
