महानगरी में
महानगरी में
महानगरी में प्रकृति- तत्व..
बिटिया का नव- गृह,
पाखी का प्रिय घोंसला,
प्रिय परदेसी, दोनों,
करें उपचार, रुग्णता का...
शान्ति का घर, जैसे...
मां- मौसियों की यादों -सी
हरियाली का चैम्बर,
अनुपम महिष- समूह,
प्रकृति- परिवेशित,
अपार संपदा, भोज्य- साधन,
इनके निमित्त,
नयन जुड़ा रहे, इस
जन- संकुल महानगरी,
के असंख्य, परिवार,
दृश्य, धुंधला कर रहा,
राग- संगीत- माया...
नगरी के....
