जो बुझना हो, परमपिता का ज्ञान, तज दे काम, क्रोध, लोभ, अभिमान। जो बुझना हो, परमपिता का ज्ञान, तज दे काम, क्रोध, लोभ, अभिमान।
और उसका सारा जीवन दुुख में बीत जाता है कि खजाना कहाँ है ? और उसका सारा जीवन दुुख में बीत जाता है कि खजाना कहाँ है ?
इस दुनिया की सारी दौलत आपकी होगी, इस दुनिया की सारी दौलत आपकी होगी,
तुमने जरा सा प्रेम, परवाह चाहा, स्वार्थी मन संपदा पर ललचाया, तुमने जरा सा प्रेम, परवाह चाहा, स्वार्थी मन संपदा पर ललचाया,
उनसे लूट लिए हथियार लूटी अस्मत हर लिए प्राण – उनसे लूट लिए हथियार लूटी अस्मत हर लिए प्राण –