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Rajdip dineshbhai

Abstract Inspirational Children

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Rajdip dineshbhai

Abstract Inspirational Children

मेरी बहन घर में होती है

मेरी बहन घर में होती है

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अंधेरे सभी मिट जाते है 

जब मेरी बहन घर में होती है 


आवाजें गूंजती रहती है 

जब मेरी बहन घर में होती है 


मां को भी एक परछाई पर भी 

भरोसा रहता है 

जब मेरी बहन घर में होती है


छोटी हो या बड़ी बहन 

पर वो एक मां का फर्ज निभाती है 

मेरे जब भी वो पास होती है 


एक अलग सा खयाल रहता है

पापा जब गुस्से में हो 

उनको शांत कर दे 

तब मैं कहता हूं 

जब मेरी बहन घर में होती है


मां का बाया हाथ बन कर 

तब मैं भी खुश होता हूं 

और कहता 

मेरी बहन घर में होती है..


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