Swapnil Saurav
Comedy Drama
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यादें
१५ साल के बाद...
शिद्दत
मेरी चाहत
एक हसीन मुलाक...
नए ज़माने का फ...
दोस्त की शादी...
यमराज से वार्...
चाची की बीमार...
मेरी ज़िन्दगी ...
यादों में हीं रहे जाएगी बड़े हीं याद आते हैं वो दिन फिर से कहती हूं वो दिन भी क्या दिन यादों में हीं रहे जाएगी बड़े हीं याद आते हैं वो दिन फिर से कहती हूं वो दिन भ...
समस्त ऊर्जा का स्रोत तो यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर सभी हं समस्त ऊर्जा का स्रोत तो यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर ...
करता नित्य सामूहिक अलाप निधन रूदाली करता नित्य सामूहिक अलाप निधन रूदाली
पता हैं की सब कुछ समय के साथ साथ बदलता है फिर भी हम सबको वैसे ही मान लेते हैं पता हैं की सब कुछ समय के साथ साथ बदलता है फिर भी हम सबको वैसे ही मान लेते हैं
और मंत्री पद आप सबकी जागीर बन जाएगी। सर्वमान्य चेहरे की रार भी खत्म हो जाएगी। और मंत्री पद आप सबकी जागीर बन जाएगी। सर्वमान्य चेहरे की रार भी खत्म हो जाएगी।
हमने इतनी तरक़्क़ी कर ली है कि बच्चे अब बूढ़े माँ बाप को वृद्धाआश्रम में डालने से नहीं हिचकते रिश्ते... हमने इतनी तरक़्क़ी कर ली है कि बच्चे अब बूढ़े माँ बाप को वृद्धाआश्रम में डालने से...
पहले अपना थोबड़ा तो देख ले सांवरिया पहले अपना थोबड़ा तो देख ले सांवरिया पहले अपना थोबड़ा तो देख ले सांवरिया पहले अपना थोबड़ा तो देख ले सांवरिया
कोई बात ऐसी नहीं जिसमें समझदारी झलके बचपन से लेकर। कोई बात ऐसी नहीं जिसमें समझदारी झलके बचपन से लेकर।
गम भूल जाने की एक ही दवा है चाय जिसे लेकर करीब लाते हो। गम भूल जाने की एक ही दवा है चाय जिसे लेकर करीब लाते हो।
वहां पर उन तीनों जलचरों की वही हालत होती है। वहां पर उन तीनों जलचरों की वही हालत होती है।
तब नेपथ्य में ही मुझे जीना नहीं पड़ेगा ? और तब मेरा भैंसा क्या भूखा नहीं मरेगा ? तब नेपथ्य में ही मुझे जीना नहीं पड़ेगा ? और तब मेरा भैंसा क्या भूखा नहीं मरेग...
"बाबूजी काम देना है तो कहिए, मैं कोठी मैं काम छोड़ के आई हूँ, "बाबूजी काम देना है तो कहिए, मैं कोठी मैं काम छोड़ के आई हूँ,
आज भी उस वाक्ये को याद करके अपनी नादानी पर हंसी आ जाती है। आज भी उस वाक्ये को याद करके अपनी नादानी पर हंसी आ जाती है।
मेरे सपने को पूरा कराइए होली का मान सम्मान बढ़ाइये। मेरे सपने को पूरा कराइए होली का मान सम्मान बढ़ाइये।
बोझ सभी उठा रहे हैं अतः सिद्ध है कि हम सब गधे हैं। बोझ सभी उठा रहे हैं अतः सिद्ध है कि हम सब गधे हैं।
फ्री में उसे मिला अपना निमंत्रण पत्र मुझे देने में आखिर उसका कौन सा नुकसान हो जायेगा? फ्री में उसे मिला अपना निमंत्रण पत्र मुझे देने में आखिर उसका कौन सा नुकसान ह...
कटहल मुर्गे खाकर कि, लोगों का अजब किराया । शेखचिल्ली के रूपये दस, और हाथी का भी दस भाड़ा? ... कटहल मुर्गे खाकर कि, लोगों का अजब किराया । शेखचिल्ली के रूपये दस, और ह...
ये वोट लेकर हर आवाज को बहरा कर देते हैं। ये वोट लेकर हर आवाज को बहरा कर देते हैं।
और शुभ मुहूर्त का इंतजार करते रहेंगे हम, मैं उसका चायवाला, वो मेरी कुड़ेवाली सनम। और शुभ मुहूर्त का इंतजार करते रहेंगे हम, मैं उसका चायवाला, वो मेरी कुड़ेवाली ...
राष्ट्रीय यात्रा का मान-सम्मान के साथ कुछ भी करके भारत रत्न तो दिलाकर मेरा नाम इतिहास राष्ट्रीय यात्रा का मान-सम्मान के साथ कुछ भी करके भारत रत्न तो दिलाकर मेरा नाम इ...