मेरे मन के मोती
मेरे मन के मोती
यूँ बिखरने न देना तुम
मेरे मन के मोती को।
तेरी हसरतों की चाहत में
इन सहमी उम्मीदों को।
दिल पर टकराती तेरी
आंखों की कतारों को।
यूँ बिखरने न देना तुम
मेरे मन के मोती को।
मेरी ज़ुल्फ़ों में झूलती
तेरी सांसो की खुशबुओं को।
हाथों में समेटे तेरे
हर वादे की गहराई को।
यूँ बिखरने न देना तुम
मेरे मन के मोती को।
बिन कुछ कहे ही
अनकही बातों को।
मेरी हया में लिपटी
तेरी हर चाह को।
यूँ बिखरने न देना तुम
मेरे मन के मोती को।