मेरे गणेश देवा
मेरे गणेश देवा
मंगल मूर्ति तुम यश दाता।
महादेव सुत हैं सुख दाता।।
शुभकर प्रभु हैं वुद्धि विधाता।
तुम दीर्घ आयु जीवन के दाता।।
छवि छाया तुम्हरी अति मोहक।
शोभित थालनि लड्डू मोदक।।
उमा पुत्र प्रभु गणपति बप्पा।
सर्व सुखों के पूरण कर्ता।।
एकदंत प्रिय महाकाय प्रभु।
प्रथमेश प्रभु बिघ्नों के हर्ता।।
सुमिरन करिके प्रभु गणपति को।
दिल में बसाकर जप करता हूँ।।
प्रभु आ जाओ हर लो कष्टों को।
हर सांस में अब आह्वान करता हूँ।।
।।श्री गणपते नम:।।
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