मेरा इश्क ??
मेरा इश्क ??
मेरा हबीब तू है,
मेरा नसीब तू है,
तू जो करीब है,
तुझसे जुड़ा नसीब है,
तेरी खुशी में ही मेरी खुशी,
ना दूजा कोई अरमान,
कुर्बान तुझ पर मेरी जान
मेरी जान मेरी फलक तू है,
मेरी जमी तू है,
मेरे होने का मतलब तू है।।
जब तेरे रुख पर लाली हो,
तब मेरी ईद दीवाली हो,
तेरी चाहत ही मेरी राहत है,
तू मेरी इश्क पहचान सके
तो कभी पहचान
कुर्बान तुझ पर
मेरी जान, मेरी जान ।।

