मदद या दिखावा
मदद या दिखावा
शीर्षक : मदद या दिखावा
हम गरीब है लाचार नहीं।
मदद करो साहब प्रचार नहीं।।
दुआए देगा वो अगर तू किसी को,
दो भक्त की रोटी खिलाएगा।
क्या मिलेगा तुझे अगर तू ,
सोशल मीडिया में वायरल हो जाएगा।।
लोग फोटो देख मेरी ,
गरीबी का मजाक उड़ाएंगे।
लोग तेरी मदद को भी,
दिखावा ही बताएंगे।।
मदद करो किसी की भी,
मगर करो सम्मान से।
फोटो मत छापाओ तुम,
बचाओ उसे अपमान से।।
आज दौर गुजर रहा है ,
महामारी के युद्ध घमासान से।
वरना ओ मजदूर भी
दो रोटी खाता था शान से।।
हम गरीब है लाचार नहीं
मदद करो साहब प्रचार नहीं।
