"मौका"
"मौका"
आसपास के वातावरण को
प्रफुल्लित मन और भी
खुशनुमा बना देता है
इसके लिए कोई भी मौका
न तलाशते हुए
सबसे पहले स्वयं ही
अपने मन को प्रफुल्लित रखिए
मिले किसी की भी सच्ची
प्रशंसा करने का सुअवसर
तो यह मौका कभी चूको मत
क्योंकि सच्ची प्रशंसा वह
अनमोल खजाना है,
जिसकी सहायता से बोलने
वाले लोगों के दिलों में बसते हैं
ज़िंदगी में आए विकराल
तूफान के बाद मेरी
लेखनी को मिला धोखा
स्टोरी मिरर ने मांझी बनकर
दिया किनारा
और दिया लिखने का मौका
फिर पुनः विचरण करती हुई
लहलहाती लहरों की तरह
चल पड़ी मेरी लेखनी की नौका