मैं वीर भारत वासी हूँ
मैं वीर भारत वासी हूँ
जिस देश में पुण्य गांगा जमुना बहती है
जिस देश में पावन कृष्णा कावेरी रहती है
मैं उस देश का सन्यासी हूँ।
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश में है विशाल हिमालय और विंदयाद्री
एवं हो सनातन आरावली और सहयाद्री
मैं उस देश का पर्वत वासी हूँ।
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश को सुंदरता करती है स्वयं नमन
जिस देश में हो मनमोहक गिर और सुंदरबन
मैं उस देश का बनवासी हूँ।
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश में है कूच का रेगिस्तान
रेगिस्तान में बसा जहाँ राजस्थान
मैं उस देश का निवासी हूँ
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश में काश्मीर मुस्कुराये बनके सुंदर कली
जहाँ खिलखिलाए दार्जीलिंग की हर बगिया हर डाली
मैं उस देश का विलासी हूँ
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश में स्थित दादर-नागर, दियु-दमन
विकसित लक्षद्वीप, सिलवासा, निकोबार-अंडमन
मैं उस देश का प्रवासी हूँ
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश के समुन्दर तट हो यराड़, गोकर्ण, जुहू, कोवलम
स्वच्छ मरीना,तारकरली, मांडवी और पलोलम
मैं उस देश का उल्लासि हूँ
मैं वीर भारत वासी हूँ।
जिस देश की अनेकता में एकता है
जिस देश के कण कण में नेकता है
मैं उस देश का विश्वासी हूँ।
मैं वीर भारत वासी हूँ। मैं वीर भारत वासी हूँ।।